निर्मला सीतारमण, एक साधारण परिवार से उभरीं, देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं। 2019 से इस पद पर आसीन, उन्होंने हर बार बजट पेश करते हुए न केवल इतिहास रचा है, बल्कि नई परंपराओं की शुरुआत भी की है। 1 फरवरी 2024 को पेश किए गए बजट में भी यही सिलसिला जारी रहा।

नया रिकॉर्ड:

इस साल, निर्मला सीतारमण ने लगातार छठा बजट पेश करते हुए एक नया रिकॉर्ड बनाया। यह उपलब्धि उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के समकक्ष ला खड़ी करती है।

पिछले बजटों में रचा इतिहास:

  • 2019: अंग्रेजों के जमाने के ब्रीफकेस की जगह लाल रंग का ‘बही खाता’ लाकर परंपरा को बदला।
  • 2020: 2 घंटे 42 मिनट का बजट भाषण, जो देश के इतिहास में सबसे लंबा है।
  • 2021: देश का पहला पेपरलैस बजट पेश किया, टैबलेट से भाषण पढ़ा।
  • 2022: ‘हलवा रैली’ को समाप्त कर वित्त मंत्रालय में ही बजट को अंतिम रूप दिया।
  • 2023: नया टैक्स सिस्टम लागू किया, ‘डिफॉल्ट टैक्स सिस्टम’ की शुरुआत।

2024 का बजट:

2024 का बजट चुनाव पूर्व होने के कारण अंतरिम बजट था। इसमें बड़े नीतिगत बदलावों की उम्मीद नहीं थी, फिर भी सीतारमण ने कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।

  • महिलाओं और किसानों पर ध्यान: महिलाओं के लिए उद्यमिता योजनाओं और किसानों के लिए आय सहायता योजनाओं की घोषणा।
  • डिजिटल इंडिया को बढ़ावा: डिजिटल बुनियादी ढांचे और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए प्रावधान।
  • हरित अर्थव्यवस्था: हरित ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान केंद्रित।

निष्कर्ष:

निर्मला सीतारमण ने न केवल एक कुशल वित्त मंत्री के रूप में अपनी पहचान बनाई है, बल्कि महिला सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय के लिए भी प्रेरणा बनी हैं।

यह कहना गलत नहीं होगा कि निर्मला सीतारमण बजट की रानी हैं।

अतिरिक्त टिप्पणी:

  • इस लेख में निर्मला सीतारमण के बजट पेश करने की शैली और उनके द्वारा किए गए कुछ महत्वपूर्ण बदलावों पर प्रकाश डाला गया है।
  • लेख में 2024 के बजट की कुछ प्रमुख घोषणाओं का भी उल्लेख किया गया है।
  • लेख का समापन सीतारमण की उपलब्धियों और उनके योगदान की प्रशंसा करते हुए किया गया है।

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